प्राचीन शिक्षा पद्धति गुरुकुल ही भारत को बना सकते है विश्व गुरु- अजय कर्मयोगी
भीलवाड़ा। आज की शिक्षा प्रणाली रटित होती जा रही है ऐसे में प्राचीन शिक्षा पद्धति गुरुकुल ही भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। यह बात प्राकृतिक कुल्हड़ परिवार द्वारा वकील कॉलोनी में आयोजित विशेष बैठक में राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल अभियान योजना के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य अजय कर्मयोगी अहमदाबाद ने कही। बैठक में राष्ट्र में गुरुकुल का शुभारंभ होकर भीलवाड़ा में श्रीगणेश हो ऐसा विचार किया गया है। कर्मयोगी ने कहा कि जहाँ गाय, गाँव और गुरुकुल पास होंगे वहां विद्यार्थी गाय के घी का मक्खन खाकर कुशाग्र बुद्धि के होंगे। यह कार्य भीलवाड़ा में समाज सेवी गोभक्त अशोक कोठारी के नेतृत्व में होगा। कर्मयोगी ने कहा की गुरुकुल से विद्यार्थियों को कसौटी सा ज्ञान मिलेगा और वह आगे बढ़ेगा। आज कोई कहता है बेटी बचाओ, कोई कहता है पर्यावरण बचाओ, कोई कहता जल बचाओ, कोई कहता संस्कृति बचाओ। इस पर कर्मयोगी ने कहा कि शिक्षा बचाओ शिक्षा का मूलाधार देखो सब स्वतः ही बच जाएंगे। इस मौके पर सबने एक स्वर में गुरुकुल भीलवाड़ा में बनाने पर जोर दिया। परिवार के कैलाश डाड व रजनीकांत आचार्य ने बताया कि इस मौके पर गोभक्त गोविंदप्रसाद सोडानी, सुनील जागेटिया, रवि अग्रवाल, सुभाष दुदानी, राकेश मोगरा, ओम प्रकाश लड्डा, लव कुश काबरा, कांतिभाई जैन, नरेंद्र राठौड़ अहमदाबाद, पुष्पा मधु लोढ़ा, मंजू पोखरना, रेखा मोगरा, शिव प्रकाश झंवर आदि मौजूद थे।
और पढ़ें
भीलवाड़ा मौसम
लोकप्रिय खबरें
- होेली स्नेह मिलने समारोह के साथ मनाया डांगी का जन्मोत्सव
- नन्द उत्सव: हाथी घोड़ा पालकी,जय कन्हैया लाल की
- स्वर्गीय रामनाथसिंह चुंडावत की छठी पुण्यतिथि पर राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने उन्हें किया याद
- भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर ने की सनातन ग्रन्थ संकलन की घोषणा
- हिंदुस्तान जिंक की चार इकाइयों को 37वें राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिष्ठित एनसीक्यूसी पुरस्कार