राजभवन में लगे मोदी-मोदी के नारे: नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, BJP के सम्राट चौधरी-विजय सिन्हा ने भी शपथ ली
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज। बिहार में सियासी उलटफेर की अटकलें एक बार फिर सही साबित हुईं। नीतीश कुमार ने रविवार सुबह वही किया, जिसका पिछले दिनों से अंदाजा लगाया जा रहा था। रविवार सुबह उन्होंने राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने राज्यपाल को बताया कि वे महागठबंधन से अलग होने का फैसला कर चुके हैं। इसके बाद शाम होते-होते उन्होंने नौंवी बार भाजपा के समर्थन से सीएम पद की शपथ भी ले ली।
नीतीश कुमार ने रविवार शाम 5 बजे 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष रहे विजय सिन्हा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
नीतीश ने आज सुबह 11 बजे ही इस्तीफा दिया था। इस्तीफे के साथ नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके बाद दोपहर में भाजपा ने नई सरकार को समर्थन का औपचारिक ऐलान किया था। शाम पांच बजे हुए समारोह में नीतीश के साथ कुल 8 मंत्रियों ने शपथ ली।
आठवीं बार मुख्यमंत्री पद छोड़ा, नौवीं बार दोबारा ली शपथ
नीतीश ने किस तरह आठवीं बार सीएम पद छोड़ा है, यह आपको बताते हैं...
- नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को सीएम बने थे। हालांकि, बहुमत न जुटा पाने की वजह से उन्हें 10 मार्च 2000 को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
- बिहार में 2005 में हुए चुनाव में नीतीश भाजपा के समर्थन से दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए।
- 2010 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर नीतीश सीएम बने।
- लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजह से उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री पद सौंपा। हालांकि, 2015 में जब पार्टी में अंदरुनी कलह शुरू हुई तो नीतीश ने मांझी को हटाकर एक बार फिर खुद सीएम पद ग्रहण किया।
- 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (जदयू, राजद, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन) की एनडीए के खिलाफ जीत के बाद नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बने। यह कुल पांचवीं बार रहा, जब नीतीश ने सीएम पद की शपथ ली।
- डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया। उन्होंने जुलाई 2017 में ही पद से इस्तीफा दिया और एक बार फिर एनडीए का दामन थाम कर सीएम पद संभाला।
- 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की। हालांकि, जदयू की सीटें भाजपा के मुकाबले काफी घट गईं। इसके बावजूद नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली।
- 2022 में एनडीए से अलग होने के एलान के ठीक बाद नीतीश कुमार ने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन से जुड़ने का एलान कर दिया। इसी के साथ नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 28 जनवरी 2024 को उन्होंने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया।
तीसरी बार भाजपा के साथ
- 1996 में नीतीश ने भाजपा से पहली बार गठबंधन किया था। 3 मार्च 2000 को सीएम बने, लेकिन बहुमत नहीं जुटा पाने की वजह से पद छोड़ा और अटलजी की सरकार में केंद्र में रेल मंत्री बने।
- 1996 से 2013 तक नीतीश भाजपा के साथ रहे। जब नरेंद्र मोदी को भाजपा ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया तो वे एनडीए से अलग हो गए। 2015 में महागठबंधन की सरकार में सीएम रहे।
- दूसरी बार वे 2017 में एनडीए में लौटे और भाजपा की मदद से सरकार बनाई।
- 2024 में अब वे तीसरी बार भाजपा की मदद से मुख्यमंत्री बनेंगे। 28 साल में तीसरी बार वे भाजपा के साथ हैं।
उपमुख्यमंत्री
1. सम्राट चौधरी (भाजपा) 2. विजय सिन्हा (भाजपा)
मंत्री
3. डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा)
4, विजेंद्र प्रसाद (जदयू)
5. श्रवण कुमार (जदयू)
6. विजय कुमार चौधरी (जदयू)
7. संतोष कुमार सुमन (हम)
8. सुमित सिंह (निर्दलीय)
और पढ़ें
भीलवाड़ा मौसम
लोकप्रिय खबरें
- शांति और सौहार्द से मनाएं हनुमान जयंती का पर्व
- गजेंद्र सिंह चुंडावत बने अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट के वरिष्ठ संभाग उपाध्यक्ष
- भीलवाड़ा की कवियत्री सुनीता जागेटिया के काव्य संग्रह का दिल्ली में हुआ विमोचन
- EC की 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस,5 राज्यों में चुनावों का ऐलान थोड़ी देर में
- मां अंबे डांडिया ग्रुप के तत्वाधान में सजाई बाबा खाटू श्याम और बाबा बर्फानी की झांकी