शाहपुरा के त्रिमूर्ति स्मारक से शिलालेख तोड़ने के मामले में फंसा पेच
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज, शाहपुरा। जिले के शाहपुरा के त्रिमूर्ति स्मारक स्थल पर लगे हुए शिलान्यास व उद्घाटन के शिलालेखों को तोड़ने के मामले में केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति के संयोजक कैलाश चंद्र व्यास ने एक बयान जारी कर नया पेच फंसा दिया है।
संयोजक व्यास द्वारा जारी बयान में कहा है कि उन्होंने केवल नगर पालिका शाहपुरा को स्मारक के जीर्णोद्धार के लिए अपनी सहमति 10 जुलाई को दी थी। समिति ने शिलालेखों से छेड़छाड़ करने की कोई सहमति इजाजत नहीं दी है। उन्होंने कहा कि यह शिलालेख विरासत है। जिस को कायम रखना जरूरी है। व्यास ने अपने बयान में कहा है कि जीर्णोद्धार के समय शिलालेख दीवारों से हटा दिए हैं जोकि गलत है। उनको तत्काल पुनः उसी स्वरूप में लगा दिया जाना चाहिए।
इन शिलालेखों को जीर्णोद्वार के दौरान हटा देने के मामले को लेकर कांग्रेस ने जोरदार तरीके से विरोध किया तथा प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया था। तभी नगर पालिका व प्रताप सिंह बारहठ सेवा संस्थान के सचिव कैलाश सिंह जाड़ावत ने इस आशय का बयान दिया था कि जीर्णोद्वार के लिए दोनो संस्थाओं द्वारा सहमति दी गई थी क्यों कि इस वर्ष केसरसिंह बारहठ का 150 वां वर्ष होने से बड़ा समारोह होगा। अब देखना यह होगा कि यह विवाद क्या रंग लाता है।