शाहपुरा में वृद्ध जनों के लिए विशेष चिकित्सा सुविधा, इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर भी नियमित सेवाएं देंगे
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज, शाहपुरा। जिला अस्पताल में अब वृद्धजनों की सेवा-सुश्रुषा व उपचार और बेहतर हो सकेगा। चिकित्सा विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गों को उपचार में सहूलियत के लिए नवाचार किए जा रहे हैं। अब तक अस्पतालों में मरीजों के लिए अलग से पर्ची काउंटर तथा दवा काउंटर की व्यवस्था कर रखी है। लेकिन अब मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राजकीय अस्पतालों में आने वाले वृद्धजनों को सुगमतापूर्वक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए नवाचार करते हुए शाहपुरा समेत प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में 60 वर्ष के अधिक आयु के बुजुर्ग मरीजों को भर्ती करने के लिए जिरियाट्रिक वार्ड एवं जिरियाट्रिक क्लिनिक शुरू किए जा रहे है। इन वार्डों को रामाश्रय नाम से जाना जाएगा।
रामाश्रय योजना लागू, इलाज की विशेष व्यवस्थाएं
डॉ घनश्याम चावला मुख्य चिकित्सा एंवम स्वास्थ्य अधिकारी शाहपुरा ने रामश्रय वार्ड का निरिक्षण कर बताया की बुजुर्ग मरीजों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए राज्य के सभी जिला चिकित्सालयो में बुजुर्ग मरीजों के इलाज की विशेष व्यवस्थाएं की है जिससे मरीज को सम्मान पूर्ण तरीके से इलाज मिल सके इसके लिए राज्य के सभी जिला चिकित्सालयो में विशेष वार्ड बनाए गए हैं इन वार्डो का नाम रामाश्रय रखा गया है
यह सुविधाएं होंगी वृद्धजनों के लिए
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने संवेदनशील पहल कर सभी जिला अस्पतालों में वृद्धावस्था विशेषज्ञ इकाई (जिरियाट्रिक वार्ड एवं जिरियाट्रिक क्लिनिक) बनाए हैं। इसी प्रोजेक्ट के तहत शाहपुरा जिला अस्पताल में भी 10 बेड का जिरियाट्रिक वार्ड तैयार किया गया है। डॉक्टरों को निर्देश दिए कि ओपीडी के दौरान दिखाने आने बुजुर्ग मरीजों को प्राथमिकता दी जाए। इन रामाश्रय में बुजुर्गों के उपचार एवं देखभाल की विशेष व्यवस्थाएं की हैं। इन वार्डों में 10 फाउलर बेड होंगे। इनमें 5 महिला और 5 बेड पुरुषों के लिए आरक्षित किए हैं। वार्ड में हर बेड पर ऑक्सीजन पॉइंट उपलब्ध है। वार्ड में ही व्हील चेयर, ट्रॉली, मेडिसिन कैबिनेट पर्दे, ठंडा पानी, हवा की व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक फर्नीचर उपलब्ध करवाया गया है। इस वार्ड के लिए अलग से 8 कार्मिकों का स्टाफ भी लगाया गया है। वार्ड में महिला एवं पुरूष रोगियों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं। प्रत्येक वार्ड में रामाश्रय से संबंधित IEC लगायी गयी है रामाश्रय वार्ड में भर्ती होने वाले बीमार और घायल बुजुर्गों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर भी नियमित सेवाएं देंगे।
वार्ड में ही मिलेगी विशेषज्ञ सेवाएं व जांच की सुविधा
बुजुर्ग रोगियों की देखभाल के लिए अलग से नर्सिंग स्टाफ तथा साफ-सफाई के लिए कार्मिक होंगे। बुजुर्गों को आईपीडी के समय विशेषज्ञ सेवाएं वार्ड में ही मिलेंगी। जांच के लिए सैम्पल भी वार्ड से ही एकत्र किए जाएंगे तथा रिपोर्ट भी बैड पर ही उपलब्ध करवाई जाएगी। वृद्धजनों के उपचार एवं अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित सभी चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, फिजियोथैरेपिस्ट एवं अन्य कार्मिकों के दूरभाष नंबरों की सूची वार्ड के बाहर चस्पा रहेगी।
अब चिंता नहीं करें बुजुर्ग
तबीयत ठीक नहीं रहती। इलाज कराने सरकारी अस्पताल जाऊं तो वहां मेरी देखभाल और सेवा कौन करेगा? कुछ ऐसी ही चिंता में डूबे बुजुर्गों के लिए यह राहत भरी खबर है। इसके लिए राजस्थान की भजनलाल सरकार ने अब सरकारी अस्पतालों में ‘रामाश्रय’ बनाए हैं, जिनमें बुजुर्गों की सेवा के साथ इलाज भी बेहतर हो सकेगा। ‘रामाश्रय’ में जांच के लिए आवश्यक उपकरण भी लगाए हैं।
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