कोटा में बाढ़ के हालात: स्कूल-कॉलेजों में छुटि्टयां, 9 इंच बरसात
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज। बंगाल की खाड़ी से आए डीप डिप्रेशन सिस्टम की आज राजस्थान के पूर्वी हिस्से में एंट्री हो गई। इससे कोटा, जयपुर, उदयपुर और भरतपुर संभाग में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश कोटा शहर में हुई। यहां 9 इंच तक पानी बरसा, जिससे बाढ़ के हालात पैदा हो गए। प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों में छुटि्टयां घोषित कर दी। इधर, मध्य प्रदेश (MP) में हो रही भारी बरसात से कालीसिंध, चंबल, परवन नदियां का जलस्तर बढ़ने से राजस्थान की टेंशन बढ़ गई। इन नदियों पर बने सभी बांधों के गेट खोल दिए हैं। कोटा शहर में पिछले 24 घंटे के दौरान 224MM (9 इंच) बरसात हुई, जो पिछले 6 साल में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड है। इससे पहले 7 अगस्त 2016 को कोटा में सर्वाधिक 193MM बारिश दर्ज हुई थी। तेज बारिश के कारण कोटा शहर की कई बस्तियां जलमग्न हो गई। पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कोटा के इटवा स्थित खातोली की पुलिया पर पानी आने के कारण कोटा-श्योपुर राजमार्ग बंद हो गया।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक आज गांधी सागर के 8 गेट खोलकर चंबल में पानी छोड़ा गया, इस कारण राणा प्रताप सागर बांध के 6, जवाहर सागर के 7 और कोटा बैराज के 16 गेट खोले गए हैं। कोटा बैराज से 3 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे चंबल नदी से लगते गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कालीसिंध बांध के 10 गेट खोले गए, जिससे 1 लाख 46,843 क्यूसेक पानी, जबकि भीम सागर के 4 गेट खोलकर 14 हजार 400 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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