बदनोर में शहीद भगतसिंह की मूर्ति का अनावरण
दैनिक भीलवाड़ न्यूज, भीलवाड़ा। जिले के आसीन्द विधानसभा क्षेत्र के बदनोर कस्बे में बुधवार को शहीद दिवस के मौके पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंर्तगत शहीद भगतसिंह क्लब के तत्वावधान में शहीद भगतसिंह की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेड़िया, आसींद विधायक जब्बरसिंह सांखला, भीलवाड़ा विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि के रूप में एसकेएम स्कूल रायला के निदेशक मनफूलसिंह चोधरी, प्रधान ऐश्वर्या रावत, संत निरंजन अवधूत, मालासेरी के पुजारी हेमराज पोसवाल, घोड़ास के महंत सरजूदास महाराज व स्थानीय जनप्रतिनिधी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसकेएम स्कूल रायला के निदेशक मनफूलसिंह चोधरी(मोतीबोर का खेड़ा) ने शहीदों की शहादत को नमन करते हुए शहीद भगतसिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भगत सिंह शुरू से ही युवाओं को देश पर मर मिटने की प्रेरणा देते रहे। देश के प्रति उनके समर्पण ने ही उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया। इसलिए आज बदनोर में शहीद भगतसिंह क्लब द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है। स्वतन्त्रता संग्राम में उन्होंने अपने लिए एक अलग रास्ता बनाया लेकिन इस रास्ते पर चलते हुए अपने आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विपरीत अंग्रेजों को टक्कर देने के लिए उन्होंने हिंसा का सहारा लिया। वे अंग्रेजों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहते थे लेकिन उनकी हिंसा मात्र अंग्रेजी सरकार की हिंसा का जवाब थी। इसीलिए स्वतन्त्रता संग्राम में बडे-बड़े योद्धाओं ने भी उनके जज्बे को सलाम किया और वे युवाओं के चेहते बने। जवानी की दहलीज पर कदम रखने के बावजूद उनमें गजब की दूरदृष्टि थी। छोटी सी उम्र में दूरदृष्टि, धैर्य, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों के लिए भगत सिंह हमेशा याद किए जाएंगे। व्यावसायिकता और निजीकरण के इस दौर में तो उनके इन गुणों का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
चोधरी ने कहा कि देश के लिए कुछ कर गुजरने का भगत सिंह का जज्बा न केवल आज के युवाओं में रोमांच भरता है बल्कि उन्हें एक नई प्रेरणा भी देता है। ऐसी स्थिति में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आज का युवा अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलन्द करने हेतु भगत सिंह के सिद्धान्तों पर चल रहा है? भगत सिंह शुरू से ही युवाओं को देश पर मर मिटने की प्रेरणा देते रहे। देश के प्रति उनके समर्पण ने ही उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया। स्वतन्त्रता संग्राम में उन्होंने अपने लिए एक अलग रास्ता बनाया लेकिन इस रास्ते पर चलते हुए अपने आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया। छोटी सी उम्र में दूरदृष्टि, धैर्य, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों के लिए भगत सिंह हमेशा याद किए जाएंगे। मनफूलसिंह चोधरी ने आयोजक क्लब के सभी पदाधिकारियों को इस आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि शहीद भगतसिंह से बदनोर का हर व्यक्ति प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करेगा।
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