निष्पक्ष रूप से चुनाव कराना प्राथमिकता- व्यय पर्यवेक्षक
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज़, भीलवाड़ा। भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव-2023 में उम्मीदवारों द्वारा किए जाने वाले खर्चे की निगरानी के लिए व्यय पर्यवेक्षक (एक्सपेंडीचर ऑब्जर्वर) नियुक्त किए हैं।
इसी क्रम में जिले में विधानसभा आम चुनाव के दौरान व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए विधानसभा क्षेत्र आसींद, माण्डल, सहाड़ा व शाहपुरा के लिए नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक सुनील कुमार (आई.आर.एस.) तथा विधानसभा क्षेत्र भीलवाड़ा, जहाजपुर व माण्डलगढ़ के लिए नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक प्रताप सिंह (आई.आर.एस.) ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर निर्वाचन व्यय को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक ली।
बैठक में व्यय पर्यवेक्षकों ने पुलिस, आबकारी, आयकर, लीड बैंक, एफएसटी, स्थैतिक दलों द्वारा अब तक की गई कार्यवाही के संबंध में फीड बैक लिया। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग का उद्देश्य है कि स्वतंत्र, पारदर्शी, भय मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव कराया जाए।
बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष मोदी, जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मलाल जाट, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर वंदना खोरवाल, उपवन संरक्षक गौरव गर्ग, एलडीएम, जिला परिवहन अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष मोदी ने निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण प्रकोष्ठ द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिले के विधानसभा क्षेत्रों में राजनीतिक दलों एवं निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले व्यय की मॉनिटरिंग एवं आदर्श आचार संहिता की पालना हेतु विधानसभा वार उड़नदस्ते, वीडियो निगरानी दल, वीडियो अवलोकन दल, लेखा दल, स्थैतिक निगरानी दल आदि नियुक्त किये जा चुके हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 72 उड़नदस्ते, 10 वीएसटी, 7 वीवीटी, 7 लेखा दल व 10 सहायक व्यय प्रेक्षक तथा 72 स्थैतिक निगरानी दल नियुक्त किए जा चुके है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा जिले की सभी सातों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा चुनाव प्रचार में प्रयुक्त होने वाली सामग्री की दरों के बारे में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि के साथ बैठक आयोजित कर चुनाव प्रचार संबंधी मदो की दरें निर्धारित की गई है।
बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सहायक व्यय पर्यवेक्षक, उड़नदस्ता, स्थैतिक निगरानी दल, वीडियो निगरानी दल, वीडियो अवलोकन दल एवं लेखा दल के कार्मिकों व अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों की बैठक लेकर निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के प्रावधानों के बारे में जानकारी भी दे दी गई है, साथ ही दलों को उनके अभ्यर्थियों को निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के प्रावधानों के अनुरूप हुए लेखा संधारित करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी मोदी ने बताया कि जिले भर में पुलिस विभाग, उपखंड अधिकारियों, तहसीलदार, आबकारी विभाग, परिवहन विभाग सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा अवैध शराब, ड्रग्स, नकदी, सोना, चांदी जैसी कीमती धातुओं तथा फ्रीबीज के विरूद्व लगातार अभियान चलाकर संयुक्त कार्यवाही की जा रही है। जिले में स्वतंत्र पारदर्शी भय मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अवैध शराब, हथियार, नकदी एवं संदिग्ध तत्वों पर रोकथाम के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण से संबंधित समितियों जिला व्यय अनुवीक्षण समिति, जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति सहित गठित विभिन्न समितियां द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी।