गुलाबपुरा में स्वागत द्बार विद्यासागर के नाम से, जैन समाज ने तस्वीर के समक्ष दीप लगाकर दी विनयांजलि
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज, गुलाबपुरा। कस्बे के दिगंबर जैन मंदिर में संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के समतापूर्ण समाधि मरण रविवार को होने की सूचना पर पूरा स्थानीय जैन समाज शौक स्तब्ध रह गया। रविवार सुबह मंदिर में प्रातः कालीन में अभिषेक व बड़ी शांति धारा की गई, आचार्य को श्रावक श्राविकाओं ने उनकी तस्वीर के समक्ष दीप लगाकर विनयांजलि दी। आचार्य विद्या सागर महाराज गुलाबपुरा में सन् 1972 में मंगल विहार करते हुए आगमन हुआ था। स्थानीय जैन समाज के वरिष्ठ सदस्य 77 वर्षिय बसंती लाल शाह ने बताया कि आचार्य विहार करते हुए गुलाबपुरा आए थे तथा उनका दो तीन दिन प्रवास हुआ। उनको मैंने उस समय आहार भी दिया, इसके बाद आचार्य विद्यासागर के दर्शन करने के लिए स्थानीय दिगंबर जैन समाज के श्रावक श्राविकाए प्रतिवर्ष दर्शनार्थ जाते रहे। इस बीच उनके परम प्रभावक शिष्य सुधा सागर महाराज व चिन्मय सागर, प्रमाण सागर महाराज व आर्यिका पूर्णमति माता का भी आगमन हुआ। आचार्य विद्यासागर महाराज के देव लोक गमन होने पर स्थानीय जैन समाज के दिगंबर जैन समाज के उपाध्यक्ष मांगी लाल सेठी, मंत्री रतन कुमार जैन, कुंदन मल पाटनी, राजेश शाह, निर्मल गदिया, एन के जैन, महेन्द्र कोठारी, अरुण काला, अनिल सेठी आदि ने कहा कि अपूरणीय क्षति हुई है। प्रातः काल चन्द्र गिरी डोंगरगढ़ में समाधि मरण हुआ। आचार्य विद्यासागर का अंतिम संस्कार डोंगरगढ़ चन्द्र गिरी में किया गया। जिसका सीधा प्रसारण स्थानीय जैन समाजजनों ने देखकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। गुलाबपुरा में स्वागत द्बार का नाम करण विद्यासागर के नाम से है। कस्बे में हुरड़ा रोड़ पर नगर पालिका गुलाबपुरा द्बारा स्वागत द्बार बनाया गया, जिसका 2020 में नामकरण आचार्य विद्यासागर द्बार के नाम से कर लोकार्पण किया गया।
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