महात्मा ज्योतिबा फुले की 196वी जयंती पर फल वितरित
दैनिक भीलवाड़ा न्यूज़, जहाजपुर। नगर में स्थित माली समाज के लक्ष्मी नारायण मंदिर के बाहर महान दार्शनिक समाज सुधारक, एवं विचारक, समाजसेवी, महात्मा ज्योतिबा फुले की 196 वी जयंती धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मे मनाई गई। नगर के सर्व समाज के लोग लक्ष्मी नारायण मंदिर पर एकत्रित हुए जहां पर उनके द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित किए गए।
अध्यापक भवानी राम रेगर, एवं बनवारी लाल माली, ने ज्योतिबा फुले के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि महात्मा ज्योतिबा का जन्म 11 अप्रैल 1827 को खानबाॅड़ी महाराष्ट्र में हुआ उनका पूरा नाम ज्योतिराव गोविंदराव फुले था ज्योतिबा फुले की महज 7 वर्ष की आयु में उनकी माता चिमनाबाई का निधन हो गया था तत्पश्चात ज्योतिबा फुले पुणे आकर फूल माली के काम में लग गए तब से उन्हें लोग फुले के नाम से जानने लगे | 19वीं सदी में महिला और दलितों की स्थिति बेहद खराब थी | पुलिस ने इनके विरुद्ध आवाज उठाई क्योंकि वह बाल विवाह विरोधी तथा विधवा विवाह समर्थक थे, उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ निरंतर महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए लड़े! उनके द्वारा 1848 में पुणे में लड़कियों के लिए देश में पहला महिला स्कूल खोला गया.और सावित्रीबाई फुले प्रथम महिला शिक्षिका बनी! ज्योतिबा फुले स्त्री और पुरुष दोनों की सम्मान शिक्षा के समर्थक थे। 1888 में मुंबई के एक विशाल सभा में उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई, 28 नवंबर 1890 को 65 वर्ष की आयु में इस महापुरुष का निधन हो गया। बाद में जयंती पर जहाजपुर हॉस्पिटल में मरीजों को फल वितरित किए गए। इस अवसर पर प्रधान माली, महेंद्र माली, लक्ष्मण माली, जमुना लाल माली, लक्ष्मीनारायण, रतन माली, बाबू माली, रोशन गोस्वामी, देशबंधु त्रिवेदी, भैरू गुर्जर, चेतन माली, सहित इत्यादि सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।
और पढ़ें
भीलवाड़ा मौसम
लोकप्रिय खबरें
- विद्यालयों में बच्चों के मध्य जाकर करेगें परिषद के प्रकल्पों के माध्यम से संस्कार कार्य: राघव सोमानी
- कट्स चाइल्डलाइन ने मनाया बाल दिवस
- प्रभारी मंत्री महेश जोशी व शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से मिले अनिल डांगी
- बड़ा हादसा: गांधीधाम-पुरी एक्सप्रेस की पैंट्री कार में लगी आग, सभी यात्री सुरक्षित
- वर्तमान समय में सामुदायिक सद्भाव की अत्यंत आवश्यकता है- श्रीमाली